उत्तराखण्ड
एकबार फिर बनने जा रही है उत्तराखण्ड में भाजपा की सरकार
- 10 मार्च को वोटों की होगी गिनती
- चैनलों के माध्यम से भाजपा और कांग्रेस के सरकार बनने के रूझान दिखाए
देहरादून। उत्तरखंड की 70 विधानसभा सीटों के लिए 14 फरवरी को एक मतदान हुए। 10 मार्च को वोटों की गिनती होगी जिसमें पता चल जाएगा कि जनता ने अगले पांच साल के लिए राज्य की जिम्मेदारी किस पार्टी को सौंपी है। इससे पहले आज उत्तर प्रदेश में सातवें और अंतिम चरण का मतदान खत्म होने के बाद एग्जिट पोल सामने आ गए हैं। उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव में मतदान के बाद मतगणना से पूर्व सोमवार को एग्जिट पोल सामने आ गए। तीन चैनलों के एग्जिट पोल में भाजपा और दो ने कांग्रेस सरकार बनने के रूझान दिखाए हैं।
एबीपी सी वोटर एग्जिट पोल की बात मानें तो कांग्रेस के हाथ 32-38 सीटें आ रही हैं, जबकि भाजपा को 26-32 सीटों पर संतुष्ट होना पड़ेगा आप को दो, जबकि अन्य राजनैतिक दल तीन से 11 सीटें जीत सकते है। ऐसे में दोनों ही राजनैतिक दलों में कांटे की टक्कर साफतौर से देखी जा सकती है। दृ टुडेज चाणाक्य के एग्जिट पोल की बात करें तो इस पोल ने कांग्रेस को नकार दिया है। पोल के मुताबिक, बीजेपी दोबार सरकार बना रही है। भाजपा को विधानसभा चुनाव में 43 सीटें मिल रही हैं, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 24 सीटों से संतुष्ट होना पड़ेगा। अन्य राजनैतिक दल तीन 03 सीटें जीतने में कामयाब रहेगी। वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो कांग्रेस 39, बीजेपी 41, आप को 9 प्रतिशत और अन्य राजनैतिक दलों को 11 प्रतिशत वोट मिले हैं। टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल के अनुसार बीजेपी को 46-95 प्रतिशत, कांग्रेस को 35.94 प्रतिशत, आप को 8.25 प्रतिशत और अन्य दलों को 8.86 प्रतिशत वोट मिलते दिख रहे हैं। आपको बता दें कि उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए 14 फरवरी को वोटिंग हुई थी और 10 मार्च को मतगणना होगी।
सीएनएन न्यूज18 के एग्जिट पोल सर्वे ने कांग्रेस के हाथ उत्तराखंड की कमान देने की बात कही है। सर्वे की बात मानें तो कांग्रेस को 35 से 40 सीटें जीत रही हैं, जबकि भाजपा को 26 से 30 सीटों पर संतुष्ट होना पड़ेगा। विधानसभा चुनाव में आप का खाता नहीं खुलता दिख रहा है, जबकि अन्य राजनैतिक दल तीन से छह सीटें जीत सकते हैं।
रिपब्लिक भारत एग्जिट पोल के अनुसार, उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बनते हुए दिख रही है। सर्वे की बात मानें तो कांग्रेस को 33-38 सीटें मिलेंगी, जबकि भाजपा को 29-34 सीटों पर संतुष्ट होना पड़ेगा। आम आदमी पार्टी सहित अन्य राजनैतिक दलों को एक से तीन सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है।
उल्लेखनीय है कि 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को 57 सीटों पर स्पष्ट बहुमत मिला था। वहीं जबकि कांग्रेस 11 सीटों पर सिमट गई थी जबकि दो सीटों पर निर्दलीयों को जीत मिली थी। राज्य में मुख्यमंत्री के लेकर असंतोष की वजह से पार्टी ने चुनाव से पहले दो बार सीएम बदले। जीत मिलने के बाद पार्टी ने पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया था। इसके बाद तीरथ सिंह रावत और फिर पुष्कर सिंह धामी को राज्य की कमान सौंपी। राज्य में अबतक एनडी तिवारी को छोड़कर कोई भी मुख्यमंत्री पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है। अगर एग्जिट पोल के अनुमान के अनुसार उत्तराखण्ड में एक बार फिर भाजपा की सरकार आती है तो राज्य बनने के बाद ऐसा पहली बार होगा जब किसी पार्टी की सरकार लगातार बनेगी। अब तक राज्य में एक-एक बार का मिथक चला आ रहा है।