कांग्रेस की पॉलिसी में नहीं थी मुस्लिम यूनिवर्सिटी, भाजपा ने बनाया तिल का ताड़ : गोदियाल
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी खोलने कांग्रेस की कोई पॉलिसी में कहीं नहीं थी। उन्होंने कहा कि अब यह जांच का विषय है कि जिस व्यक्ति ने यह बयान दिया उसने इसे अपनी मर्जी से कहा था या किसी के कहलाने या उकसाने पर कहा था। मगर भाजपा ने इसे तिल का ताड़ बना दिया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सोमवार को आरोप लगाते हुए कहा कि इस विवाद के कारण भाजपा धुव्रीकरण की साजिश में कामयाब रही। गोदियाल ने साफ किया कि यह बात कांग्रेस के कार्यकर्ता ने की थी लेकिन मैंने, प्रीतम सिंह और हरीश रावत ने कहीं भी इस बात को नहीं बोला। उसके बावजूद इसे कांग्रेस की थीम लाइन बना दिया गया। यह भाजपा का वोटों के ध्रूवीकरण का प्रयास था जो सफल रहा। गोदियाल ने कहा कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी वाला बयान देने वाले सहसपुर के आकिल अहमद को कांग्रेस उपाध्यक्ष किसने बनाया, उसकी जांच होगी। वह प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी का पदाधिकारी भी नहीं था लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में उसे पदाधिकारी बनाया गया। ऐसे में यह जांच का विषय है। कम से कम तीन से साढ़े प्रतिशत प्रतिशत वोट कांग्रेस से छिटक गया। बकौल गोदियाल, यूनिवर्सिटी की मांग करने वाले व्यक्ति को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाने के मामले की जांच की जाएगी। आिखर किस व्यक्ति ने उसकी नियुक्ति की। गोदियाल ने कहा कि चुनाव में मोदी फैक्टर और यूनिवर्सिटी विवाद काफी प्रभावी हो गए थे। कांग्रेस जनहित को ध्यान में रखते हुए बेरेाजगारी, महंगाई, सुशासन, पर फोकस करते हुए आगे बढ़ रही थी, जबकि भाजपा धुव्रीकरण पर सीमित रही। यूनिवर्सिटी की मांग रखने वाले कांग्रेस नेता आकिल अहमद को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के आदेश से भी गोदियाल ने अनभिज्ञता जाहिर की। कहा कि यह आदेश मेरे हस्ताक्षर से भी हो सकता है, लेकिन मेरा पैड हस्ताक्षर के साथ पार्टी मुख्यालय में ही रहता है। इस मामले को दिखवाया जा रहा है। हार पर आरोप-प्रत्यारोप करने को गलत बताते हुए गोदियाल ने सभी वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ताओं को भी नसीहत दी कि वो मीडिया और सोशल मीडिया पर अपनी बात न रखे। बल्कि पार्टी मंच पर ही अपनी बात को रखे। पार्टी की हार की जिम्मेदारी सामूहिक है।