रेखा आर्य ने कुमाऊंनी वेशभूषा में ली शपथ
देहरादून। परेड ग्राउंड में बुधवार को पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। साथ ही उनके साथ 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। लेकिन शपथ ग्रहण की असली रौनक तब दिखी जब अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर सीट से विधायक रेखा आर्य शपथ लेने आईं। रेखा ने पारंपरिक उत्तराखंडी परिधान पहने थे। आर्य ने लाल रंग का पिछौड़ा पहन रखा था। इसे पहाड़ में हर मांगलिक आयोजन पर पहनते हैं। मांग टीका रेखा आर्य के ठेठ पहाड़ी कल्चर को दर्शा रहा था। रेखा आर्य ने मोटी सी नथुली भी पहनी थी। अब यदा-कदा ही दिखाई देने वाला गुलोबंद भी रेखा ने पहन रखा था। सोमेश्वर विधायक ने गले में हंसुली भी पहन रखी थी। शपथ ग्रहण करने आई रेखा आर्य ने लंबे से झुमके भी कान में पहन रखे थे। देवभूमि उत्तराखंड में खास मौकों पर महिलाएं रंगीला-पिछौड़ा पहनती हैं। शादी और अन्य मांगलिक कार्य में इस परिधान को महिलाएं पहनती हैं। इसका उत्तराखंड में खास महत्व है। इसे शादीशुदा महिलाओं के सुहाग का प्रतीक माना जाता है। साथ ही देवभूमि की महिलाओं को ये पारंपरिक परिधान खास बनाता है। इसके बिना हर त्योहार और मांगलिक कार्य अधूरा सा लगता है। उत्तराखंड की संस्कृति और विरासत को देखने हर साल देश-विदेश से लाखों लोग आते हैं। देवभूमि में कई ऐतिहासिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में यहां के स्थानीय परिधान लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते रहे हैं। पर्वतीय अंचलों में रंगीला- पिछौड़ा इस हद तक रचा बसा है कि किसी भी मांगलिक अवसर पर घर की महिलाएं । इसे अनिवार्य रूप से पहन कर ही रस्म पूरी करती हैं।