चीनी नागरिकों को पर्यटक वीजा के बारे में चर्चा का यह सही समय नहीं, विदेश मंत्रालय ने दिया जवाब
नई दिल्ली।भारतीय विदेश मंत्रालय (एमईए) ने गुरुवार को कहा कि चीन में कोरोना की स्थिति को देखते हुए वहां के नागरिकों को पर्यटक वीजा फिर से जारी किए जाने के बारे में चर्चा करने का यह उपयुक्त समय नहीं है। वैश्विक विमानन निकाय (आइएटीए) ने 20 अप्रैल को सदस्य कंपनियों से कहा कि भारत ने चीनी नागरिकों को जारी किए गए पर्यटक वीजा को निलंबित कर दिया है। मंत्रालय इस संबंध में अपनी प्रतिक्रिया दे रहा था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक मीडिया ब्रीफिंग में इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि मुझे लगता है कि आप चीन में शंघाई और अन्य जगहों पर कोरोना की स्थिति से अवगत हैं। शंघाई में जो हो रहा है और वहां कोरोना की स्थिति को देखते हुए, मुझे नहीं लगता कि चीन के लिए पर्यटक वीजा जारी करने पर चर्चा के लिए यह उपयुक्त समय है। बागची ने कहा कि चीन ने खुद ही नवंबर 2020 से भारतीयों को अधिकतर प्रकार के वीजा पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि चीन की यात्रा करना और वहां से बाहर यात्रा करना आसान नहीं है।
उन भारतीय छात्रों के बारे में पूछे जाने पर जो पढ़ाई के लिए वापस चीन नहीं जा पाए हैं, बागची ने कहा कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी की पिछली यात्रा के दौरान, विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने खुद ही उल्लेख किया था कि इस मुद्दे को उठाया गया था। बागची ने कहा कि हमने उनसे भारतीय छात्रों के सामने आ रही कठिनाइयों पर गौर करने का अनुरोध किया है। लेकिन तब से हमें, इस मुद्दे पर कोई नई जानकारी नहीं मिली है। यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर हम ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
भारत चीनी विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले करीब 22,000 भारतीय छात्रों की पीड़ा को चीन के साथ उठाता रहा है जो फिजिकल रूप से कक्षाओं में शामिल होने में असमर्थ हैं। चीन ने उन्हें अपने देश में आने की अब तक अनुमति नहीं दी है। इन छात्रों को 2020 में कोरोना के कारण पढ़ाई छोड़कर चीन से वापस आना पड़ा था।