मुस्लिम से शादी करने वाले दलित युवक की हत्या का मामला राजभवन पहुंचा, भाजपा ने की सख्त कार्रवाई की मांग
हैदराबाद। तेलंगाना में मुस्लिम लड़की आशरीन सुल्ताना उर्फ पल्लवी से शादी करने वाले दलित युवक बी. नागराजू की हत्या का मामला राजभवन तक पहुंच गया है। प्रदेश भाजपा अनुसूचित जाति (एससी) मोर्चा ने राज्यपाल तमिलसाई सौंदरराजन से मुलाकात की और राज्य की पुलिस को इस मामले की विस्तृत जांच करने का निर्देश देने का आग्रह किया। एक दिन पहले भाजपा ने हत्या के विरोध में कैंडल मार्च निकाला था।
हैदराबाद में बीते बुधवार की रात लगभग नौ बजे 25 वर्षीय नागराजू की उनकी पत्नी आशरीन के भाई सैयद मोबिन अहमद और उसके साथी मोहम्मद मसूद अहमद ने हत्या कर दी थी। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
तेलंगाना भाजपा एससी मोर्चा के अध्यक्ष कोप्पू बाशा के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि यह झूठी शान में हत्या का मामला है। आशरीन के घरवाले नागराजू के साथ उसकी शादी के खिलाफ थे। इसलिए उन्होंने नागराजू की हत्या कर दी। दोनों ने तीन महीने पहले ही शादी की थी।
भाजपा एसपी मोर्चा ने इस मामले में राज्यपाल से हस्तक्षेप करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए पुलिस को आदेश देने का अनुरोध किया है। भाजपा नेताओं ने कहा है कि पीड़ित परिवार दलित समुदाय से है, उसे तत्काल आर्थिक मदद देने के साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी या सरकारी मदद दी जाए।
इस बीच, सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य के मंत्री केटी रामा राव ने रविवार को ट्वीट कर बताया कि वह नागराजू की पत्नी से मुलाकात करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें हर तरह की जरूरी मदद मिले।
नागराजू बुधवार को अपनी पत्नी आशरीन के साथ बाइक पर जा रहे थे। हैदराबाद के सरूरनगर में पंजाला अनिल कुमार कालोनी में स्कूटर से आए आशरीन के भाई मोबिन और मसूद ने उन्हें रास्ते में रोक लिया। उसके बाद दोनों ने नागराजू को पहले लोहे की राड से बुरी तरह पीटा और फिर चाकुओं से गोद डाला। नागराजू की मौके पर ही मौत हो गई थी। आशरीन अपने पति को छोड़ने के लिए अपने भाई और उसके दोस्त से गुहार लगाती रही, लेकिन उन्होंने उसकी एक न सुनी।
भाजपा सांसद विवेक वेंकट स्वामी ने कहा कि इस मामले में सिर्फ दो अभियुक्तों को ही गिरफ्तार किया गया है। टीआरएस और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से संबंधित बाकी के दो अभियुक्तों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि दलित युवक की हत्या मुख्यमंत्री और टीआरएस प्रमुख की नीतियों की वजह से हुआ है।