अमित शाह ने की असम के सीएम से बात, केंद्र सरकार की तरफ से दिया गया हर संभव मदद का आश्वासन
नई दिल्ली। असम में मूसलाधार बारिश की वजह से आई बाढ़ ने असम के कई क्षेत्रों को प्रभावित किया है। जान और माल दोनों का नुकसान हुआ है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को आश्वासन दिया है कि केंद्र सरकार द्वारा असम को हर संभव मदद दी जाएगी।
अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा कि वो असम के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के मद्देनजर स्थिति को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने स्थिति का जायजा लेने के लिए के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा से बात की है केंद्र सरकार द्वारा हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया। बता दें कि असम में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गई है। राज्य के 20 जिलों में लगभग 1.97 लाख लोग बाढ़ की वजह से प्रभावित हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, कछार जिले में 51,357 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ की इस लहर से 46 राजस्व मंडलों के 652 गांव प्रभावित हैं और बाढ़ के पानी में 16,645.61 हेक्टेयर फसल भूमि डूब गई है। अधिकारियों ने बताया कि कछार जिले में दो लोगों की मौत हो गई जबकि इस जिले में दो बच्चों सहित तीन अन्य लापता हैं। जिला प्रशासन ने 55 राहत शिविर और 12 वितरण केंद्र स्थापित किए हैं जहां 32,959 बाढ़ प्रभावित लोग शरण ले रहे हैं।
ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर जोरहाट जिले के नीमतीघाट और नागांव जिले के कामपुर क्षेत्र में कोपिली नदी में खतरे के निशान को पार कर बह रही है। नागांव जिले के कामपुर इलाके में बाढ़ की स्थिति के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। बताते चलें कि न्यू कुंजंग, फियांगपुई, मौलहोई, नामजुरंग, दक्षिण बगेतार, महादेव टीला, कालीबाड़ी, उत्तरी बगेतर, सिय्योन और लोदी पंगमौल गांवों से भूस्खलन की सूचना मिली है। भूस्खलन के कारण जतिंगा-हरंगाजाओ और माहूर-फिडिंग में रेलवे लाइन अवरुद्ध हो गई है। गेरेमलाम्ब्रा गांव में माईबांग सुरंग को जोड़ने वाली सड़क भी अवरुद्ध होने की संभावना है।
सरकार ने निकासी और राहत उपायों के लिए भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं, एसडीआरएफ, नागरिक प्रशासन और प्रशिक्षित स्वयंसेवकों को तैनात किया है। बता दें कि कछार जिला प्रशासन और असम राइफल्स के बीच एक संयुक्त उद्यम ने बाराखला इलाके में बाढ़ पीड़ितों को बचाया और उन्हें राहत शिविरों में भेजा।