उत्तराखण्ड

3000 से अधिक श्रद्धालु पहुंचे गोविंदघाट

22 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट
गोपेश्वर । ऋषिकेश से गुरुवार को पंज प्यारों की अगुआई में चले श्रद्धालुओं के जत्थे का शुक्रवार को गोविंदघाट पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ। यह जत्था शनिवार सुबह आठ बजे गोविंदघाट से घांघरिया के लिए रवाना होगा। जत्थे में शामिल होने के लिए तीन हजार से अधिक श्रद्धालु गोविंदघाट व जोशीमठ गुरुद्वारा पहुंच चुके हैं। इनमें सरदार जनक सिंह व गुरवेंद्र सिंह का जत्था भी शामिल है। ये दोनों जत्थे बीते 20 वर्षों से कपाटोद्घाटन व कपाटबंदी के मौके पर धाम में मौजूद रहते हैं।  समुद्र तल से 15225 फीट की ऊंचाई पर चमोली जिले में स्थित गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट 22 मई को खोले जाने हैं। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हेमकुंड साहिब तक पैदल मार्ग पर आवाजाही शुरू हो गई है और घोड़ा-खच्चर, डंडी-कंडी संचालक भी पड़ावों पर पहुंच चुके हैं। हेमकुंड साहिब की यात्रा सबसे दुर्गम मानी जाती है। यहां पुलना से 16 किमी की दूरी पैदल तय कर पहुंचा जाता है। गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब पवित्र सरोवर के किनारे बना हुआ है। मान्यता है कि पूर्व जन्म में सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह महाराज ने दुष्टदमन के रूप में यहां पर तपस्या की थी।

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