स्वामीराम हिमालयन विश्वविद्यालय और आईआईटी रुड़की संयुक्त रुप से करेंगे काम
एसआरएचयू और आईआईटी रुड़की ने किए हस्ताक्षर
डोईवाला। स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जॉलीग्रांट के छात्र-छात्राएं भी इंडियन इंस्टिटड्ढूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) रुड़की में उपलब्ध सभी तकनीकी सुविधाएं एवं शैक्षणिक संसाधनों का लाभ ले सकेंगे। एसआरएचयू और आईआईटी रुड़की के मध्य इस संबंध में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। शोध व तकनीक के क्षेत्र में स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) व आईआईटी रुड़की संयुक्त रुप से काम करेंगे। आईआईटी रुड़की के 175 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में समारोह आयोजित किया गया। एसआरएचयू व आआईटी रुड़की के बीच एमओयू (सहमति पत्र) पर हस्ताक्षर किए गए। आईआईटी रुड़की के 175 वर्ष समारोह समिति के अध्यक्ष प्रो. अरुण कुमार ने कहा कि एमओयू होने के बाद आईआईटी रुड़की अनुसंधान नवाचार और विकास क्षेत्र में एसआरएचयू जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों को सहयोग करेगा। एमओयू के तहत आईआईटी की फैकल्टी भी एसआरएचयू में जाकर वहां के छात्र-छात्राओं को गेस्ट लेक्चर दे सकेंगे। एसआरएचयू के कुलपति डॉ.विजय धस्माना ने इस साझेदारी का स्वागत करते हुए कहा कि इस साझेदारी से एसआरएचयू में अध्ययरत विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा। चिकित्सा को और सुलभ व सस्ता बनाने के लिए डॉक्टर व इंजीनियर मिलकर ऐसे उपकरणों का निर्माण करने की दिशा में काम करेंगे, जिससे लोगों को सस्ती चिकित्सा सुविधा मिल सके। इस दौरान आईआईटी के प्रो. संजीव मन्हास, प्रो. मनोरंजन परिदा, प्रो. विवेक मलिक सहित चेयरमैन एआईसीटीई प्रो.अनिल डी. सहश्रबुद्दे, बीवीआर मोहन रेड्डी, प्रा. एक चुतर्वेदी की ऑनलाइन उपस्थिति रही, जबकि एसआरएचयू से प्रति कुलपति डॉ. विजेंद्र चौहान, कुलसचिव डॉ. सुशीला शर्मा, डॉ. मुश्ताक अहमद, एचपी उनियाल, डॉ.मुकेश बिजल्वाण मौजूद रहे। यहां ये भी उल्लेखनीय है कि एसआरएचयू का बहुराष्ट्रीय कंपनी आइबीएम (इंटरनेशनल बिजनेस मशीन), इंटरनेशनल बिजनेस कालेज (आइबीसी) डेनमार्क, इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (आइआइटी) रुड़की, ग्लोबल हेल्थ एलायंस (जीएचए) यूनाइडेट किगडम, लौरिया फिनलैंड की यूनिवर्सिटी आफ एपलाइड साइंसेज, जर्मनी की रासटाक यूनिवर्सिटी, उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (यूसैक) के साथ समझौता है। ये भी संस्थान एसआरएचयू के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।