पश्चिमोत्तर व मध्य भारत में लू का दौर खत्म
दिल्ली। भीषण गर्मी से जूझ रहे पश्चिमोत्तर व मध्य भारत में तीन जून से चल रहा लू का दौर अब खत्म हो गया है। नम हवाओं और बादलों पर सवार मानसून आगे बढ़ चला है। इसके साथ ही रिमझिम फुहारों ने लोगों क ो राहत देना शुरू कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि उनके अनुमान को सटीक साबित करते हुए मौसम मेहरबान रहा और 16 जून को देश में कहीं पर भी लू का सामना नहीं करना पड़ा। पश्चिमोत्तर भारत में भी मानसून पूर्व हलचल तेज हो गई है।
मौसम विभाग के अधिकारी आरके जेनामणि ने कहा कि तमाम इलाकों में बने पांच मौसमी तंत्र ने गुरुवार को बड़ी राहत दी है। उन्होंने बताया कि भारत के किसी भी हिस्से में तेज गर्मी महसूस नहीं की गई और लू भी नहीं चला। उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए माना जा रहा है कि लू का कहर तीन जून से उत्तर पश्चिम व मध्य भारत के कुछ हिस्सों में बना रहा और दस जून से पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में बरपा था, वह 15 जून को समाप्त हो गया। अगले पांच दिन में तेज गर्मी की कोई आशंका नहीं है।
वहीं एक नए पश्चिमी विक्षोभ का मानसूनी हवाओं के आपसी मेल मिलाप के कारण राजस्थान के कई इलाकों में 18 से 20 जून के बीच आंधी बारिश की प्रबल संभावना है। उन्होंने बताया कि जून के आखिरी सप्ताह में मानसून सक्रिय होने व आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना हुआ है। कुल पांच मौसमी तंत्र बने हुए हैं।
जिससे पिछले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में मध्यम से भारी बारिश हुई। दक्षिणी राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, दक्षिण गुजरात और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई। इसके अलावा दिल्ली के कुछ हिस्सों, हरियाणा और पूर्वी राजस्थान में हल्की बारिश हुई।