राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सभी अधिकारी व कर्मचारी मिशन मोड में काम करें: डॉ. आर. राजेश कुमार
देहरादून। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) उत्तराखण्ड के सभी अधिकारी व कर्मचारी मिशन मोड में काम करें ताकि योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को आसानी से मिल सके। यह बात प्रभारी सचिव स्वास्थ्य एवं एनएचएम मिशन निदेशक डॉ. आर. राजेश कुमार ने एनएचएम सभागार, स्वास्थ्य महानिदेशालय में दीपावली पर्व की बधाई देते हुए अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कही गई।
प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि आपके प्रयासों से उत्तराखंड स्वास्थ्य के क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रहा है। स्वास्थ्य संबंधित क्षेत्रों से जुड़े कई सूचकों में प्रदेश का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है। जिसमें रक्त़दान शिविरों का आयोजन, देश में टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत गतिमान निःक्षय मित्र गतिविधि में उत्तराखंड का देश में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है। टेलीमेडिसिन के माध्यम से घर बैठे लोगों को स्वास्थ्य संबंधित जानकारी दी जा रही है।
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के अनुसार नियमित टीकाकरण में राज्य में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी, प्रतिरक्षण के क्षेत्र में मिजल, रूबेला की समाप्ति की ओर अग्रसर, 1400 वेलनेस सेंटर के माध्यम से लगभग 6 लाख लोगों ने स्वास्थ्य लाभ लिया, 18 डायलिसिस सेंटर के माध्यम से आमजन को डायलिसिस की सुविधा देना, एसआरएस 2020 के अनुसार बाल मृत्यु दर में कमी आना व 266 प्रकार की जांचे निःशुल्क दी जा रही है। प्रभारी सचिव स्वास्थ्य ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत सभी कर्मचारियों से सीधा संवाद स्थापित करते हुए टेलीमेडिसिन, 104 की सेवा, वैक्सीनेशन, टीबी उन्मूलन, तम्बांकू नियंत्रण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, आईईसी, अंधता निवारण, वित विभाग, मानसिक स्वास्थ्य, आईडीएसपी, सहित अन्य कई कार्यक्रमों पर चर्चा करते हुए मिशन से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया। दीपावली पर्व के अवसर पर डॉ. आर राजेश कुमार ने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, व मिशन के लिए कार्य कर रही इंद्रा अम्मा के सदस्यों को दीपावली की मिठाई भेंट स्वरुप देते हुए कहा कि, हर्ष उल्लास के इस पर्व को हम सभी अपने परिवार के साथ सुरक्षा के साथ मनाएं। इस कार्यक्रम में एनएचएम निदेशक डॉ. सरोज नैथानी, कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अजय नागरकर, डॉ. सुजाता सिंह, डॉ. कुलदीप मर्ताेलिया, डॉ. फरीदुजफर, डॉ. अर्चना ओझा, महेंद्र मौर्य व अनिल सती सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।