भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट बोले, रेल दुर्घटना पर राजनीति से बाज आये कांग्रेस, जमीन के बदले रेलवे की नौकरी में रहा कांग्रेस सहित विपक्ष का ध्यान
देश में पहली बार कोई प्रधानमंत्री घटनास्थल पर जायजा लेने और अस्पतालों में पीड़ितों को सांत्वना देने पहुंचा
देश में पहली बार किसी रेल दुर्घटना की सीबीआई जाँच की संस्तुति की गई
देहरादून । भाजपा ने रेल मंत्री के इस्तीफे को लेकर प्रदेश कांग्रेस के बयानों पर पलटवार करते हुए राजनीति करने का आरोप लगाया है । प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कटाक्ष किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी स्वयं स्वीकारते हैं कि उनकी सरकारों की हिम्मत अंग्रेजों के कार्यकाल की आलोचना करने की नही थी लिहाज़ा उनके मंत्रियों की नैतिकता भी अपने कार्यकाल में रेल दुर्घटना में हज़ारों मौतों के वावजूद सिर्फ सिर्फ जमीन लेकर नौकरी देने में ही नजर आयी।
भट्ट ने बालासोर रेल दुर्घटना को लेकर राजनीति करने वाले कांग्रेस नेताओं को आइना दिखाते हुए कहा कि यूपीए सरकार में लालू के रेल मंत्री काल में ही 1034 दुर्घटनाओं में 1159 लोगों की मृत्यु हुई, लेकिन उनकी नैतिकता नही जागी, उल्टा जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने में जुटे रहे । इसी तरह नीतीश कुमार और ममता मुखर्जी के कार्यकाल में भी दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटनाएं सामने आई । लिहाज़ा कांग्रेस उनके सहयोगियों को राजनीति करने और किसी का इस्तीफा मांगने से पहले अपने दौर की बड़ी रेल दुर्घटनाओं के दुखद पन्ने पलट लेने चाहिए । उन्होंने अफसोस जताया कि समय था कि बचाव व राहत कार्यों को युद्धस्तर पर अंजाम देने और पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाते हुए यथासंभव मदद पहुंचाने का था, लेकिन विपक्ष मौके का फायदा उठाने के लिए राजनैतिक आरोप प्रत्यारोपों से उलझाने में जुटा है ।
भट्ट ने कहा कि देश में पहली बार कोई प्रधानमंत्री घटनास्थल पर जायजा लेने और अस्पतालों में पीड़ितों को सांत्वना देने पहुंचा है। पीएम मोदी ने पहले दिन ही स्पष्ट कर दिया था कि जो भी दोषी होगा उसे बख्शा जाएगा, यही वजह है कि देश में पहली बार किसी रेल दुर्घटना की सीबीआई जाँच की संस्तुति की गई है ।
उन्होंने इस दुर्घटना को लेकर राहुल गांधी के बयानों पर तंज कसते हुए कहा कि किसी भी देशकाल की घटनाओं और परिस्थितियों का आकलन करने के लिए पिछले कार्यकाल से तुलनात्मक चर्चा जरूरी होती है। यह बात और है कि कांग्रेस की हिम्मत कभी भी अंग्रेजों के कार्यकाल की कमियों पर चर्चा की नही हुई ।