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मानसून सीजन में सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी, इन खाने की चीजों को लेकर रहें  सावधान, लापरवाही और गलती डाल सकती है स्वास्थ्य पर बुरा असर

मानसून आते ही संक्रमण फैलने की बढ़ जाती है संभावना
बरसात के मौसम में खाने पीने की चीजों को लेकर रहें सतर्क
देर तक रखे हुए भोजन से परहेज करें 
एस.आलम अंसारी 
मानसून आते ही  हर किसी का दिल इस मौसम का मजा लेने के लिए तली भुनी चीजों को करता  है। बरसात के मौसम में बारिश का मजा लेने के साथ ही खाने-पीने को लेकर भी मन लालायित रहता है।
तले हुए खाद्य पदार्थों और गर्म सूप से हमें आराम मिलता है, मगर यह मौसम सावधानी के साथ अपने साथ कुछ परेशानियां भी लेकर आता है। इस मौसम के दौरान संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ जाती है ।खासतौर से खाने पीने को लेकर हमें ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।
बारिश वायरल, बैक्टीरिया, कवक, वेक्टर-जनित और जल-जनित बीमारियों के कारण कई सेहत संबंधी परेशानियां आती हैं। इस मौसम में खाद्य और जल प्रदूषण से कई स्वास्थ्य जोखिम होते हैं, जो खांसी, जुकाम ,फ्लू, मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड और गैस्ट्रो-आंतों के संक्रमण का कारण बन सकते हैं।  यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका पोषण और प्रतिरक्षा संतुलित है, आपको ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए जो दोनों के बीच सबसे अच्छा संतुलन बनाता हो।
मानसून के मौसम में हमारे बीमार होने का एक मुख्य कारण मौसम में अचानक होने वाला उतार-चढ़ाव है, जो इसे संक्रमण के लिए अनुकूल बनाता है। अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी एक स्वस्थ आहार है। मानसून के इस मौसम में हमें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं यह जानकारी होना भी बेहद जरूरी है।
मानसून सभी के लिए राहत की सांस लेकर आता है। इस समय चिलचिलाती गर्मी का अंत तो होता ही है, साथ ही बारिश की फुहार सभी के मन को खुश कर देती है। लेकिन ध्यान रहे ये गैस्ट्रोइंटेस्टनाइल संक्रमणों से बचने का भी समय है। इस मौसम में लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
साथ ही पाचन एंजाइमों की गतिविधि कम होने के साथ संपूर्ण पाचन तंत्र संक्रमण के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो जाता है। इसलिए इस मौसम में अपने खाने-पीने का बहुत ध्यान रखना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार, बरसात के मौसम में हवा में नमी का स्तर बढ़ने से रोगाणुओं की संख्या भी बढ़ती है। इसलिए भोजन को पूरी तरह से सुरक्षित रखना एक बडी जिम्मेदारी होती  है।
बरसात के इस मौसम में आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि आप क्या खाते-पीते हैं।आपकी मदद के लिए हम यहां भोजन को स्वच्छ और सुरक्षित तरीके से स्टोर करने के कुछ सुझाव दे रहे हैं।मानसून के मौसम में  बताई गई सावधानी और स्वच्छता का पालन किया जाए, तो आप और आपका परिवार कई मौसमी बीमारियों  से बचा रहेगा । साथ ही आप खुलकर इस मौसम का आनंद ले पाएंगे। बरसात के मौसम में आप जल जनित रोग और पेट की छोटी-मोटी बीमारियों से भी सुरक्षित रह पाएंगे

ब्रेड और बेकरी उत्पादों को ज्यादा दिन तक ना रखें
बरसात के मौसम में नमी अधिक होने के कारण
ब्रेड और अन्य बेकरी प्रोडक्ट के  खराब होने की संभावना ज्यादा रहती है। इसलिए  इन खाद्य पदार्थों को लंबे समय तक नम हवा के संपर्क में रखने से बचें। इन चीजों को पैकेट या फिर एयर टाइट डिब्बों में से निकालते ही इनका इस्तेमाल कर लेना चाहिए।मिल्क प्रोडक्ट को लेकर बरतें ज्यादा सावधानी
इस मौसम में दूध और दूध से बने उत्पादों की भी देखभाल जरूरी है। क्योंकि ये सूक्ष्मजीवों की वजह से बहुत जल्दी खराब हो जाते हैं। केवल खाद्य पदार्थों के लिए बल्कि अन्य खाने -पीने की चीजों के लिए इंग्रीडिएंटस और एडिटिव्स को ध्यान में रखा जाना चाहिए, जो व्यंजन तैयार करने में इस्तेमाल होते हैं। इन्हें बंद करके सीलबंद कंटेनरों में रखें, ताकि इन्हें नमी के संपर्क में आने से रोका जा सके।
बासी और देर तक रखे हुए  चाट समोसे और फास्ट फूड खाने से बचें
मानसून के मौसम में कुछ  भोजन का सेवन करते समय सावधान रहें। इनमें से एक समोसा है। अगर ये ताजा खाए जाए, तो कोई नुकसान नहीं पहुंचाते, लेकिन अगर काफी देर पहले सिके हुए समोसे आप खाएंगे, तो गैस से संबंधित समस्या हो सकती है। ऐसे ही खुले में रखी हुई चाट और पूड़ी कचौड़ी भी नुकसान दे सकती है। कोशिश यही करनी चाहिए कि बरसात के मौसम में फास्ट  फूड के सेवन से भी बचें या कम से कम लें।
फर्मेंटिड फूड जैसे छोले भटूरे बारिश के मौसम में नमी के कारण फंगस की वजह से खराब हो सकते हैं। सभी प्रकार के मसालेदार और तैलीय भोजन का सेवन जितना कम करेंगे, उतना आपकी सेहत के लिए अच्छा रहेगा।मानसून के मौसम में बेहतर यही होगा कि अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए फास्ट फूड के सेवन से खास तौर से देर तक रखे हुए इस तरह के खाद्य पदार्थों से बचने की कोशिश करें।
हरी पत्तेदार, बीज वाली और कच्ची सब्जियां संभल कर खाएं 
कच्ची सब्जी या चीजों को नमी से दूर रखें। मानसून के मौसम में कोशिश करनी चाहिए कि थोक में सामान न खरीदें। ऐसा करने से आप स्टोरेज की समस्या से बच जाएंगे और मानसून के सीजन में आपको रखी हुई चीजें खाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। कच्ची, हरी पत्तेदार और बीज वाली सब्जियों से भी परहेज करने का प्रयास करें।कोशिश करनी चाहिए कि बरसात के मौसम में ताजी सब्जियां और अन्य खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल किया जाए।
सही तरह से स्टोर करें पका हुआ भोजन 
मानसून के मौसम में पके हुए भोजन को सही तरह से स्टोर करना बेहद जरूरी है। कोशिश करें कि तैयार भोजन पकाने के फौरन  बाद ही खा लें। अगर आप बाद में इसे खाने के लिए रखते हैं, तो इसे ठंडा कर लें। पूरी सावधानी के साथ कवर करें और सूक्ष्म जीव संदूषण (माइक्रोबियल कंटेमिनेशन) से बचने के लिए इसे रेफ्रिजरेट करें। रेफ्रिजरेट करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि पके हुए भोजन को ऊपर की तरफ और कच्चे भोजन को निचली अलमारी में स्टोर किया जाना चाहिए
स्ट्रीट फूड से बचना रहेगा बेहतर
मानसून में जितना संभव हो स्ट्रीट फूड से परहेज करें। ज्यादातर स्ट्रीटफूड खुले में तैयार किए जाते हैं। ऐसे में बारिश के पानी से भोजन के दूषित होने की संभावना ज्यादा रहती है। स्टॉल कभी-कभी खुली नालियों के पास होते हैं, जहां कैलीफॉर्म बैक्टीरिया से भोजन असुरक्षित हो सकता है। ऐसे भोजन का सेवन कर दस्त हो सकते हैं। इसके अलावा गोल गप्पे जैसे पसंदीदा स्ट्रीट फूड तैयार करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पानी दूषित होने की संभावना भी बहुत बढ़ जाती है। यही वजह है कि इस मौसम में टाइफाइड और हैजा जैसी बीमारियों में वृद्धि होती है।
कटे हुए फूलों को खुले में  रखना है  जोखिम भरा
कटे हुए फलों को भी इस मौसम में खुला रखना सेहत के साथ खिलवाड़ करना है। रोगाणुओं के साथ किसी भी कंटेमिनेशन से बचने के लिए इन्हें काटते ही खा लेना चाहिए। इसी तरह अगर आप फलों का रस बनाएं तो उसी वक्त इसका सेवन कर लें। बाद के लिए इसे स्टोर करके नहीं रखना चाहिए। काफी देर तक रखा हुआ फलों का जूस पीने से आपकी सेहत को नुकसान पहुंचने का डर रहता है।
बरसात के मौसम में स्वच्छ और सुरक्षित पानी करें प्रयोग
बारिश के मौसम में पीने के पानी को लेकर थोड़ी ज्यादा सर्तकता बरतनी चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार मानसून में हाइड्रेट रहने के लिए खूब पानी पीने की जरूरत है, लेकिन ध्यान रखें कि ये पीने का पानी पूरी तरह से सुरक्षित और साफ हो। बेहतर है कि पानी को पीने से पहले छानें और फिर उबालकर रख दें। ठंडा होने पर इसे पीएंगे, तो यह आपके लिए सुरक्षित रहेगा और आप बीमार भी नहीं पड़ेंगे। बारिश और बरसात के मौसम में कई तरह के जल जनित रोग तेजी से पांव पसार ते हैं और इनमें सबसे बड़ा हाथ पीने के स्वच्छ पानी का इस्तेमाल ने करना होता है । इसलिए बेहतर यही होगा कि बरसात के मौसम में पीने के लिए सुरक्षित और साफ पानी का इस्तेमाल किया जाए। कोशिश यही करें कि पानी को उबालकर और छानकर पीएं।

यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। 

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बरसात के मौसम में कई मौसमी बीमारियां साथ  आती है, जिनका हर किसी को खतरा रहता है। इसलिए हमें इस मौसम में खाने और पीने की चीजों को लेकर ज्यादा से ज्यादा सावधान रहने की जरूरत होती है। इस मौसम में खाद्य और जल प्रदूषण से कई स्वास्थ्य जोखिम होते हैं, जो  फ्लू, मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड और गैस्ट्रो-आंतों के संक्रमण का कारण बन सकते हैं।  कोशिश यही होनी चाहिए कि बासी और देर तक रखे हुए भोजन के सेवन से  बचा जाए। बाहर का खाना खाने और जूस पीने से बचें। सलाद खाने से परहेज करें। दही और मट्ठा पीने से भी बचने की कोशिश करें। तला हुआ भोजन अवॉइड करें और सी फूड भी सीमित करें। घर का बना हुआ ताजा भोजन करें व खुद को हाइड्रेट करें। साफ और सुरक्षित पानी का सेवन करें।
डाॅ. शोएब अंसारी  वरिष्ठ फिजिशियन
( MD Medicine) 

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