राष्ट्रीय स्वास्थ्य चिंतन शिविर: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने कहा, देश के हर गांव में लगेगी आयुष्मान चौपाल, अंगदान की प्रक्रिया बनाई जाएगी सरल
कहा, शिविर में मेडिकल एजुकेशन सहित अन्य सभी एजुकेशन में बदलाव पर की गई चर्चा
बेटियों की हत्या न हो इस पर भी व्यापक मंथन हुआ
देहरादून। राष्ट्रीय स्वास्थ्य चिंतन शिविर के दूसरे दिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मांडविया ने कहा कि
देश के हर गांव में आयुष्मान चौपाल लगेगी।
आयुष्मान कार्ड बनेंगे और स्वास्थ्य जांच की जाएगी।
जिस गांव में शत प्रतिशत कार्ड बनेंगे वह गांव आयुष्मान ग्राम कहलाएंगे।
देहरादून में मानसी के निकट एक होटल में दो दिवसीय राष्ट्रीय स्वास्थ्य चिंतन शिविर के समापन के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने कहा कि सरकार टीबी मुक्त भारत को लेकर प्राथमिकता से कार्य कर रही है । उन्होंने कहा कि चिंतन शिविर में
मेडिकल एजुकेशन सहित अन्य सभी एजुकेशन में बदलाव पर चर्चा की गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि
लिंगानुपात सुधारने को सभी राज्यों से पीसीपीएनडीटी एक्ट में सुधार के प्रस्ताव मांगे हैं। उन्होंने कहा कि2014 से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया है।
बेटियों की हत्या न हो इस पर भी व्यापक चर्चा हुई।
चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए आॅनलाइन एकीकृत राष्ट्रीय रजिस्टर बनाने पर भी हुई चर्चा।
उन्होंने कहा कि अंगदान की प्रक्रिया सरल बनाई जाएगी।
चिंतन बैठक सार्थक रही।
दो दिनी चिंतन बैठक के आधार पर सभी राज्य अगले 2025 साल के लिए अपना हैल्थ विजन तैयार करेंगे।
पीएम मोदी के सपनों को हम सब मिलकर साकार करेंगे।
राज्यों को कहा है कि अपने राज्य में भी एक चिंतन बैठक करें।
हर राज्य की स्वास्थ्य प्राथमिकता अलग अलग होती है उसको लेकर प्लान तैयार करें।
6 विषय हर राज्य की कॉमन स्वास्थ्य समस्या है ।
आयुष्मान, आभा आईडी, अंगदान, टीवी मुक्त भारत, भ्रूण हत्या, सभी राज्यों की प्राथमिकता।
सात प्रजेंटेशन में केंद्र व राज्यों की टीम ने मिलकर तैयार की।मध्य प्रदेश ने हिंदी में मेडिकल एजुकेशन शुरू किया अन्य राज्य शुरू कर सकते हैं। प्रेस वार्ता में उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॅा. धन सिंह रावत भी मौजूद रहे।