दवा विक्रेताओं के निरीक्षण के मुद्दे को लेकर एसएसपी से मिला केमिस्ट एसोसिएसन देहरादून का प्रतिनिधिमंडल, औषधि निरीक्षक की अनुपस्थिति में कार्रवाई पर जताई आपत्ति ,अधिनियम के विरुद्ध बताया
दून उद्योग व्यापार मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल व केमिस्ट एसोसिएशन देहरादून महानगर पंजीकृत के पदाधिकारी रहे शामिल
वार्ता के बाद एसएसपी से मिला सकारात्मक आश्वासन,
कहा, बेवजह किसी को नहीं किया जाएगा परेशान
देहरादून। भारतीय जनता पार्टी, महानगर अध्यक्ष एवं दोनों दून उद्योग व्यापार मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल के नेतृत्व में केमिस्ट एसोसिएसन देहरादून महानगर पंजीकृत के पदाधिकारियों का प्रतिनिधिमण्डल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह से मिला।
प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर सिद्धार्थ अग्रवाल ने अभी हाल ही में पुलिस विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारियों द्वारा देहरादून के खुदरा दवा व्यापारियों के उत्पीड़न के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से विस्तृत चर्चा की थी।
भेंट वार्त्ता के दौरान् संगठन के अध्यक्ष नवीन खुराना ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को बताया कि गत 30 सितंबर को देहरादून के लगभग 430 मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण पुलिस विभाग द्वारा किया गया और आश्चर्य की बात है की दवा दुकानों का निरीक्षण औषधि निरीक्षक की अनुपस्थिति में किया गया जो औषधि एवं प्रधान अधिनियम के प्रावधान के विरुद्ध है। सभी दवा व्यापारी ड्रग एवं कॉस्मेटिक अधिनियम के अंतर्गत हैं व उनके द्वारा जारी लाइसेंस के बाद ही दवाई का क्रय विक्रय करते हैं।
उन्होने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया कि अगर पुलिस विभाग के पास कोई ऐसी दवा की सूची है जिसको दवा विक्रेता नहीं बेच सकते वे सूची उपलब्ध करवाई जाए ताकि उसके बाद किसी भी आपत्ति वाली दवा का क्रय विक्रय दवा विक्रेता द्वारा नहीं किया जाए।
संगठन के महासचिव अरविंद तायल ने बताया की दवा विक्रेताओं को दुकान के निरीक्षण से कोई भी आपत्ति नहीं है ,अगर दवा कानून के प्रावधानों का पालन किया जाए तथा दवा निरीक्षक की देखरेख में ही दवा का क्रय विक्रय हमारे दवा विक्रेता द्वारा नहीं किया जायेगा।
सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून से यह आह्वान किया कि अगर किसी भी दवा विक्रेता द्वारा अवैद्य एवं अनैतिक दवा का कारोबार किया जा रहा है तो उस पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई आवश्यक की जानी चाहिए।
मगर अधिनियम के विरुद्ध इस प्रकार की कार्यवाही पुलिस द्वारा की जाएगी तो संगठन व उसके सदस्य तथा समस्त दवा विक्रेता इसका पुरजोर विरोध करेंगे और स्वत: ही अपनी दुकान बंद कर देंगे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बैठक के बाद कहा कि हम सब का लक्ष्य देहरादून को नशा मुक्त करना है और हमारी मंशा किसी भी व्यापारी वर्ग व कैमिस्ट दुकानदार को परेशान करने की नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि केमिस्टों की आड़ में कुछ ऐसे लोग हो सकते हैं कि जो आपत्तिजनक दवाईयों का क्रय विक्रय कर रहे हों। ऐसे लोगों को उन्होने सख्त चेतावनी दी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने यह भी माना की हो सकता है अभियान के चलते कुछ सही लोगों पर कार्रवाई हुई हो।
इस दौरान दून उद्योग व्यापार मंडल के महासचिव सुनील मैसोन,
प्रतिनिधि मंडल में अध्यक्ष नवीन खुराना, महासचिव, अरविंद तयाल, कोषाध्यक्ष कपिल बंसल, संरक्षक सुधीर जैन, पूर्व अध्यक्ष नवनीत मल्होत्रा, उपाध्यक्ष जितेंद्र मित्तल, सह सचिव पुनीत अग्रवाल, कोषाध्यक्ष संजय बंसल, कार्यकारी सदस्य प्रवीण कुमार जैन, भुपाल गुलाटी, लोकेश शर्मा, अमित सूरी, त्रिलोक संजय अग्रवाल, ईश्वर दयाल, प्रवीण गुप्ता, पुनीत अग्रवाल, राजेश जैन, बलवीर रावत, रवि अरोड़ा योगेंद्र कुमार, अनिल सिंह आदेश उनियाल, संजय मेहंदीरत्ता, अंकित अग्रवाल आदि उपस्थित थे।