भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेसी बयानों पर किया पलटवार , कहा- चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाना , हार की हताशा में संवैधानिक संस्थाओं का अपमान
राज्य चुनाव आयोग पर देरी और ईवीएम की सुरक्षा के आरोपों को बेबुनियाद एवं चुनावी प्रक्रिया पर भ्रम फैलाने वाला बताया
देहरादून । भाजपा ने कांग्रेस नेताओं के चुनाव प्रक्रिया पर उठाए सवालों को हार की हताशा में संवैधानिक संस्थाओं का अपमान बताया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेसी बयानों पर पलटवार कर कहा कि सोते जागते लोकतंत्र समाप्त होने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस के हाथ आपातकाल लगाकर अभिव्यक्ति के खून से रंगे हैं । साथ ही तंज किया कि देश ने मोदी को चुन लिया है और विपक्ष हार की भूमिका तैयार करने में जुटा है ।
लोकसभा चुनावों को लेकर राज्य चुनाव आयोग पर देरी और ईवीएम की सुरक्षा के आरोपों को भट्ट ने बेबुनियाद एवं चुनावी प्रक्रिया पर भ्रम फैलाने वाला बताया है । उन्होंने कहा कि एक के बाद एक लगातार हार से कांग्रेस नेता इतने निराश हैं कि वे ईवीएम और चुनाव आयोग पर झूठे आरोप लगाकर नतीजे से पहले ही अपनी हार की भूमिका तैयार करने लग गए हैं । लेकिन कांग्रेसी नेताओ के सोशल मीडिया में इस तरह के बेसिरपैर के बयान देना संवैधानिक प्रक्रिया पर संदेह पैदा करने से अधिक नही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अभी तो शुरुआत हुई है, किसी को ईवीएम की सुरक्षा की चिंता है, किसी को मत प्रतिशत में गिरावट आने का मलाल है और प्रत्येक कांग्रेसी नेता को संवैधानिक संस्थाओं पर ही भरोसा नहीं है। लेकिन जब 4 जून को परिणाम मोदी के पक्ष में आएंगे तो जीते उम्मीदवारों को छोड़ विपक्ष के सभी नेता उसे लोकतंत्र की हार करार देने वाले हैं ।
उन्होंने विपक्ष के तमाम नेताओं को सुझाव देते हुए कहा कि चुनाव प्रक्रिया को लेकर किसी को भी चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि दुनिया के सबसे बड़े और सबसे मजबूत लोकतंत्र की संवैधानिक संस्था की सुरक्षा में जनता का मत पूरी तरह सुरक्षित है । दरअसल कमी चुनाव प्रक्रिया की सुरक्षा में नही बल्कि विपक्ष को लेकर जनता के विश्वास में है । यही वजह है कि सच्चाई से आंख मूंदकर कांग्रेस जनता को भ्रमित करने की कोशिश में लगी हुई है। लेकिन जनता आपातकाल लगाकर और सबसे अधिक अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग कर लोकतंत्र का गला घोंटने वाले कांग्रेसी हाथ को भली भांति पहचानती है । लिहाजा एक बार पुनः मोदी को चुनकर दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता को प्रधानमंत्री बनाने वाली है।