अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस : देहरादून में एक मंच पर दिखी समूचे प्रदेश की संस्कृति, कार्यक्रम में बालिकाओं ने उत्तराखण्ड के पारंपरिक परिधान पहन की कल्चरल वॉक, रेखा आर्या बोलीं – हमारे परिधान ही हमारी पहचान
कैबिनेट मंत्री ने कहा, हर बेटी के भीतर हो स्वावलंबन का भाव, सरकार बेटियों के सपनों को पूरा करने के लिए है तत्पर
देहरादून: अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर देहरादून में आयोजित ‘कल्चरल वॉक विद एचिवर्स टॉक कार्यक्रम’ और ‘उत्तराखंडी परिधान-लोक संस्कृति महोत्सव’ का आयोजन महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से किया गया। इस कार्यक्रम में विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
मंत्री ने कार्यक्रम में राज्य भर से आई ‘एचिवर्स’ बेटियों को सम्मानित किया और उनकी उपलब्धियों पर उनकी पीठ थपथपाई।
इसके बाद राज्य के सभी 13 जनपदों से आई बच्चियों ने अपने अपने ज़िले की पारंपरिक वेशभूषा में ‘कल्चरल वॉक’ की। इसमें कुमाऊं से लेकर जौनसारी और गढ़वाली से लेकर उधमसिंह नगर और सभी 13 जनपदो के पारंपरिक परिधान तो थे ही, साथ-साथ बुक्सा और वनराजी जनजातियों का भी प्रतिनिधित्व था। एक मंच पर समूचे उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक उपस्थिति ने इस अवसर को बहुत ही अनुपम बना दिया।
कार्यक्रम में बोलते हुए मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि प्रदेश की सभी बालिकाओं से उनकी यह अपील है कि वो स्वावलंबी बनें, आत्मनिर्भर बने और सफलता की नई कहानी लिखें। मंत्री आर्या बोलीं कि बालिकाओं की ये बुआ हमेशा उनके साथ है।
कार्यक्रम में विभाग के सचिव चंद्रेश यादव, निदेशक प्रशांत आर्य सहित विभाग के सभी अधिकारी व प्रदेश भर से आई बालिकाएं शामिल हुईं।