भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान कांग्रेस के वायदे हवा हवाई , भाजपा जन सरोकारों के लिए वचनबद्ध
देहरादून । भाजपा ने केदारनाथ चुनाव प्रचार में कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस हवा हवाई और अव्यवहारिक वायदे करती है और
कांग्रेस की छद्म नीति की पोल तो स्वयं उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष खोल चुके हैं । जहाँ तक भाजपा का सवाल है तो भाजपा सरकारों की तो जनता पार्टी ने जो कहा है वह किया है और जो कह रहे हैं उस वायदे को अवश्य पूरा करेंगे। विचार, व्यवहार एवं संस्कृति के आधार पर देवभूमि और कांग्रेस विपरीत ध्रुव हैं, यह चुनाव भी इसी सच्चाई पर मुहर लगाने वाले हैं।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान द्वारा जारी अधिकृत बयान में वादों को पूरा करने में सौ फीसदी ट्रैक रिकॉर्ड का दावा किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में भाजपा ने जनता के मध्य जो कहा उसे पूरा किया है। पावन धामों विशेषकर श्री केदार धाम में अभूतपूर्व विकास कार्यों से भव्यता एवं दिव्यता में वृद्धि, इंफ्रास्ट्रक्चर और कल्याणकारी सुविधाओं से यात्रा को सफल, सुरक्षित एवं सुगम बनाने व केदारघाटी के लोगों की आर्थिकी में बढ़ोत्तरी की बात हो वहां डबल इंजन सरकार के कामों के आधार कर हमे जनता का आशीर्वाद मिलना तय है। उन्होंने कांग्रेस नेता व पूर्व सीएम हरीश रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग भाजपा पर छद्म नीति का आरोप लगाते हैं उनकी पोल तो स्वयं उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे खोल चुके हैं। जिसमें उन्होंने स्वीकारा कि कांग्रेस पार्टी हवा हवाई और अव्यवहारिक वादे करती है जो पूरे नहीं होते हैं।
वहीं विपक्ष को आइना दिखाते हुए कहा कि जनता इन्हें किस आधार पर वोट देगी ? जबकि इन्होंने बाबा के धाम को लेकर झूठ एवं भ्रम फैलाकर छवि धूमिल करने का पाप किया है। आपदा को लेकर अफवाह फैलाई और यात्रा की प्रभावित करने की साजिश रची तो पीड़ितों को मदद पहुंचाने के बजाय वहां से पलायन कर गए। राजनैतिक उद्देश्यों से स्थानीय लोगों को आर्थिक हानि पहुंचाने की कोशिश की और जब स्थानीय लोगों ने अपनी सुरक्षा के लिए रोकथाम की बात कही तो इन्हें बाहरी अपराधी तत्वों के रोजगार की चिंता हुई। देश दुनिया में देवभूमि की पहचान सनातन संस्कृति एवं उनके पावन धामों के लिए विख्यात है और कांग्रेस पार्टी के सनातन विरोधी कृत्यों से सभी लोग भिज्ञ हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि विचारों एवं संस्कृति के आधार पर देवभूमि और कांग्रेस दो विपरीत ध्रुव हैं, यह चुनाव भी इसी सच्चाई पर मुहर लगाने वाले हैं।