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अक्षय पात्रा रसोई घर पर डीएम बंसल का छापा, खाने को लेकर मिल रही थी शिकायत, खुद चखा बच्चों को परोसे जाने वाला भोजन

350 सरकारी स्कूलों में खाना सप्लाई कर रहे हैं अक्षय पात्र  रसोई
बदलवाए सभी प्लास्टिक कंटेनर्स,
डीएम बोले, अगली पेमेंट से पहले अभिभावक अध्यापक मीटिंग में अपनी रेटिंग प्राप्त करें संस्था ।
खाने में बच्चों के अनुकूल रखें मसाले, खाने की सैंपलिंग अपने समक्ष करवाई
देहरादून। सैकड़ो बच्चों को खाना परोसने वाली सुदोवाला वाला स्थित अक्षय पात्रा फाऊंडेशन को लेकर अभिभावकों ने जिलाधिकारी के दरबार में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। रविवार को जिलाधिकारी सविन बंसल ने सुदोवाला अवस्थित अक्षय पात्रा रसोई का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने पकाया जा रहे खाने को  भी चखा, उन्होंने अक्षय पात्रा रसोई के संचालकों को निर्देश दिए कि खाना  बच्चों के अनुकूल बनाएं ताकि बच्चे आसानी से खाना खा पाए। इस दौरान जिलाधिकारी ने अक्षय पात्रा रसोई  में खाना बनाये जाने की प्रक्रिया देखी तथा  सफाई व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने  रसोई में इस्तेमाल किए जाने के लिये रखे अनाज  भी देखा। उन्होंने निर्देशित किया कि स्कूलों में भेजे जाने वाले बर्तन साफ सुथरे तथा स्टील के हों यह सुनिश्चित कर लिया जाए।ज्ञातव्य है कि अक्षय पात्रा रसोई से आसपास के क्षेत्र में लगभग 350 स्कूलों में यहां का खाना बच्चों के लिये जाता है।अभिभावकों एवं शिक्षकों द्वारा   खाना  तीखा होने  के कारण बच्चे खाना ठीक से नहीं खा पा रहे हैं। इसको  लेकर कुछ शिकायतें प्राप्त हुई थी।जिसके क्रम में जिलाधिकारी द्वारा यहां का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखते हुए आवश्यक निर्देश अक्षय पात्रा रसोई के संचालकों को दिए । जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चे समाज के सूद हैं पौष्टिक भोजन मिलना उनका मौलिक अधिकार है। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा  कि सरकार द्वारा दी जाने वाली संस्था को अगली पेमेंट से पहले अभिभावकों एवं अध्यापकों से अपने भोजन की रेटिंग प्राप्त कर ले, उन्होंने संस्था के अधिकारियों को निर्देशित किया की प्लास्टिक के सभी कंटेनर्स बदल दिए जाएं उनके स्थान पर स्टील के कंटेनर्स को शामिल करें।जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी विकासनगर को रसोई के खाने की सैंपलिंग करने के भी निर्देश दिए, जिस पर जिलाधिकारी के समक्ष भोजन की सैंपलिंग की गई। डीएम ने एसडीएम विकासनगर को  निर्देश दिए कि सभी 350 स्कूलों में अभिभावकों के साथ इस संस्था की संयुक्त संवाद कायम करवाएं। कहा, सुझाव एवं अनुश्रवण का प्रथम हक बच्चों और उनके अभिभावकों का। डीएम बोले आपकी संस्था का उच्च नाम है, नाम के अनुरूप  उच्च कोटि के कार्यों की संस्था से अपेक्षा है।निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी विकासनगर विनोद कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी रेनू राठौर सहित संबंधित अधिकारी कार्मिक उपस्थित रहे।

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