फिलिप्स एजुकेशन के सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स ने उत्तराखण्ड में ग्रेजुएट्स को किया सम्मानित,सौरभ बहुगुणा ने कहा, युवाओं को रोज़गार के अवसरों के साथ जोड़ने के लिए निरंतर काम कर रही सरकार
्100 से अधिक युवाओं को जानी-मानी कंपनियों में नौकरियां मिलीं
देहरादून : फिलिप्स एजुकेशन ने उत्तराखण्ड सरकार के साथ साझेदारी में अडवान्स्ड मैनुफैक्चरिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स (सीओई) से अपने छात्रों के नए बैच की ग्रेजुएशन का जश्न मनाया। हरिद्वार के विशिष्ट आईटीआई में स्थित यह आधुनिक युनिट ग्रेजुएट्स को उद्योग जगत की ज़रूरतों के अनुसार अत्याधुनिक कौशल प्रदान करती है और उन्हें प्रीमियम मैनुफैक्चरिंग कंपनियों में अच्छे वेतन की नौकरियां हासिल करने में सक्षम बनाती है।
आईटीआई ग्रेजुएट्स में कौशल की खामियों को दूर करने के लिए अडवान्स्ड मैनुफैक्चरिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स (सीओई) की स्थापना सितम्बर 2023 में की गई। इन ग्रेजुएट्स के पास बुनियादी व्यवसायिक कौशल होता है, लेकिन इन्हें आधुनिक तकनीकों के ज्ञान की ज़रूरत होती है।
इस प्रोग्राम से100 से अधिक ग्रेजुएट्स को जानी-मानी कंपनियों जैसे हीरो, वीबीएन और ज्योति सीएनसी में नौकरियां मिली हैं। जल्द ही तीन नए सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स (सीओई) स्थापित किए जाएंगे- इनमें से दो की स्थापना सहसपुर में और एक की स्थापना बाज़पुर में होगी।
फिलिप्स ग्लोबल एजुकेशन के प्रेज़ीडेन्ट रक्षित केजरीवाल ने कहा, ‘‘यह प्रोगाम छात्रों को उद्योग जगत की ज़रूरतों के अनुसार कौशल प्रदान करता है, और उन्हें अच्छी नौकरी के लिए तैयार करता है। इन छात्रों को बदलावकारी अवसरों के साथ सशक्त बनाने और भारत के मैनुफैक्चरिंग सेक्टर में योगदान के लिए उत्तराखण्ड सरकार के साथ साझेदारी करते हुए हमें बेहद गर्व का अनुभव हो रहा है।’ इस मौके पर
कौशल विकास एवं रोज़गार मंत्री, सौरभ बहुगुणा ने कहा कि, ‘‘उत्तराखण्ड सरकार युवाओं को रोज़गार के अवसरों के साथ जोड़ने के लिए निरंतर काम कर रही है। हरिद्वार में यह आधुनिक मैनुफैक्चरिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स उत्तराखण्ड के युवाओं को उद्योग-उन्मुख कौशल के साथ सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इस तरह के प्रयास कौशल की खामियों को दूर कर तथा उच्च गुणवत्ता की नौकरियों के अवसर उपलब्ध कराकर राज्य की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।