उत्तराखण्ड
लंबा हो रहा कांग्रेस प्रत्याशियों का इंतजार
- दिल्ली में आज होनी थी सीईसी की बैठक, नही हो सकी
- पिछले सात दिन से कांग्रेसी क्षत्रप दिल्ली में कर रहें हैं मंथन
देहरादून। उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों का चयन हरीश-प्रीतम सिंह की जंग के चलत लंबा होता जा रहा है। पार्टी के दिग्गज नेता पिछले सात दिन से दिल्ली में प्रत्याशी चयन को लेकर मंथन चल रहा है। आज बुधवार को सीईसी की बैठक होनी थी जिसमें 70 सीटों के लिये बनाए गये पैनल में से चर्चा के बाद उम्मदीवारों के नाम तय किये जाने थे, मगर बुधवार को सीईसी की बैठक नही हो सकी। अब कहा जा रहा है कि गुरुवार या शुक्रवार को सीईसी की बैठक होगी उसके बाद ही प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया जाएगा।
सूत्रों के हवाले से मिल रही खबरों के मुताबिक हरीश रावत व प्रीतम सिंह के बीच खिंची तलवारों के चलते हाईकमान कोई फैसला नही ले पा रहा है। माना जा रहा था कि कांग्रेस आज बिना विवाद वाली सीटों की पहली लिस्ट जारी कर सकती है, मगर सीईसी की बैठक न होने के चलते आज नामों का ऐलान होना मुशिकल है। उत्तराखण्ड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का कहना है कि राज्य की सभी सीटों पर स्क्रीनिंग कमेटी में मंथन के बाद सूची सीईसी को सौंपी जा चुकी है। अब सीईसी इस पर मंथन कर अंतिम निर्णय लेगी। उम्मीदवारों के चयन के लिए कांग्रेसी 13 जनवरी से दिल्ली में मंथन कर रहें है। कई दौर की बैठकों के बाद कांग्रेस के राज्य के नेताओं ने स्क्रीनिंग कमेटी के मार्फत प्रस्तावित दावेदारों के नाम और पैनल सीईसी को सौंप दिए हैं। कांग्रेस की 40 सीटों पर सहमति से एक नाम चुनकर ही सीईसी को दिया गया है। इनमें वर्तमान विधायक, पिछले चुनाव में कम मार्जिन से हारे नेताओं के नाम हैं। केवल 30 सीटें ही ऐसी है, जिन पर पूर्व सीएम हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। इन तीस सीटों पर दोनों कैंपों ने अपने-अपने चहीते प्रत्याशी के पक्ष में रिपेार्ट बनाकर सीईसी को दी है। बहुत मुमकिन है कि सीईसी पहले चरण में केवल विवादरहित सीटों पर ही उम्मीदवार तय करेगी। विवादित सीटों पर उम्मीदवार के चयन के लिए लिस्ट को राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा जा सकता है।