उत्तराखण्ड

उत्तराखंड के कृषि और उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने कहा , किसानों को शीतकालीन सीजन की सब्जी पौध समय पर वितरित करने की सभी तैयारियां करें पूरी, पौधों की गुणवत्ता का रखा जाए खास ध्यान 

  • विभागीय मंत्री ने  उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक मे दिए  कई निर्देश

  • सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को लेकर भी किया गया मंथन

देहरादून। कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने  कहा कि  शीतकालीन समय में जो सब्जी पौध किसानों को वितरित किए जाने हैं उसकी सभी तैयारियों को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।
सोमवार को कृषि एवं उद्यान मंत्री
कृषि   मंत्री जोशी ने सचिवालय स्थित एफआरडीसी सभागार  में उद्यान विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि  किसान की क्या मांग है ,उसकी मांग के अनुसार सभी तैयारियां  समय पर पूरी कर ली जाएं । अगर जनपदों में उपलब्ध नहीं है तो अन्य राज्यों के साथ समन्वय स्थापित करके किसानों को उपलब्ध किया जाए।  जोशी ने पौधों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के  भी अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में  सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को लेकर भी विचार विमर्श किया गया, जिस पर कृषि मंत्री जोशी ने अधिकारियों को एक समय सीमा के अंदर सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान मंत्री गणेश जोशी ने सेब की किस वैरायटी की मांग किसानों  की और से  की जा रही है, इस पर अधिकारियों  के संतोषजनक जवाब न दिए जाने पर जोशी ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और 10 दिन के अंदर पूरा प्लान बना कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि दिसंबर माह में सेब लगाए जाने हैं और हमारा लक्ष्य है कि जब राज्य 25 वर्ष का होगा तो सेब और कीवी के उत्पाद को हम दुगना करेंगे इसके लिए अधिकारियों को निर्देश देते हुए कृषि  मंत्री ने अच्छी प्रजाति के पौधे किसानों को उपलब्ध कराई जाए।  इसके अलावा  जोशी ने पौधों की लैब टेस्टिंग कराने के भी निर्देश दिए और समय सीमा टाइम बॉन्ड बनाकर रणनीति बनाई जाए ताकि किसान को समय पर बहुत उपलब्ध हो सके।  जोशी ने कहा  कि किसान को सही पौध और गुणवत्ता युक्त पौध मिले इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
कृषि  मंत्री जोशी ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से उद्यान विभाग को 100 करोड़ का बजट मिला है, जिसमें सेब के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस जमरोला में बनाने जा रहे हैं। ऐसे ही अखरोट के लिए रामताल चकराता और आलू के लिए धनोल्टी में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जा रहा है। अन्य जगहों को चयनित किया जा रहा है । जोशी ने कहा कि  देहरादून के आसपास बोर्टिकल गार्डन शीघ्र ही बनाने जा रहे हैं जिसके लिए जमीन तलाशी जा रही है। इसके लिए  जोशी ने अधिकारियों को एक समय सीमा के अंदर सभी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर सचिव बी.वी.आरसी पुरुषोत्तम, अपर सचिव रणवीर चौहान, उद्यान निदेशक एच.एस बवेजा सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

रेशम विभाग की भूमि की जाएगी उद्योग विभाग को स्थानांतरित 

देहरादून। कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सोमवार को सचिवालय स्थित एफआरडीसी सभागार में रेशम विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में  रेशम विभाग की भूमि को उद्योग विभाग को हस्तांतरित किए जाने के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में यह तय हुआ कि रानीपोखरी में रेशम विभाग की भूमि जो करीब 11.19 एकड़ भूमि है ,उसमे जहां पर रेशम विभाग का जो सेन्टर बना हुआ है ,करीब तीन एकड़ भूमि में उसको छोड़कर बाकी शेष भूमि को उद्योग विभाग को हस्तांतरित की जाएगी। उसके बदले में कृषि विभाग को छरबा में भूमि एक्सचेंज की जायेगी। इसी प्रकार भरसार की जो भूमि छिद्दरवाला में है ,उसके बदले भी कृषि विभाग को छरबा में जमीन मिलेगी।
इस अवसर पर सचिव बी.वी.आरसी पुरुषोत्तम, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, रेशम बोर्ड के अध्यक्ष अजीत चौधरी, रेशम विभाग के निदेशक एमएस यादव सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे

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