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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने ने राहुल गांधी को मिली सजा के खिलाफ कांग्रेस के आंदोलन को न्यायालय के निर्णय का अपमान एवं न्यायिक प्रक्रिया पर दबाव डालने वाला बताया

देहरादून ।भाजपा ने राहुल गांधी को मिली सजा के खिलाफ कांग्रेस के आंदोलन को न्यायालय के निर्णय का अपमान एवं न्यायिक प्रक्रिया पर दबाव बनाने वाला बताया है । इस घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पार्टी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि  इससे बड़ा दोगलापन क्या हो सकता है एक और इनके राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे इस समूचे घटनाक्रम पर न्यायलय पर विश्वास जताने और उच्च न्यायालय में अपील करने की बात करते हैं, दूसरी ओर राज्य के नेताओं में अपने-अपने नंबर बढ़ाने के लिए गिरफ्तारी देने की होड़ लगी है।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जबाब देते हुए  भट्ट ने कहा कि  न्यायालय ने 4 वर्षों की प्रक्रिया के बाद राहुल गांधी को मानहानि का दोषी पाते हुए 2 वर्ष की सजा सुनाई है। लेकिन अफसोस इस निर्णय के बाद अपने नेता के एक पूरे समाज का अपमान करने वाले बयान पर शर्मिंदा होने या गलती मानने के बजाय भाजपा के विरोध में आंदोलन करना औचित्यहीन व सस्ती राजनीति है । उनका विरोध प्रदर्शन व गिरफ्तारियां देना सीधा सीधा न्यायपालिका के निर्णय के खिलाफ व देश की न्यायिक प्रक्रिया का अपमान है । उन्होंने आरोप लगाया, आज एक बार फिर काँग्रेस का दोगलापन जाहिर हुआ है, क्योंकि एक तरफ इनके ही राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस प्रकरण में कानून व न्याययिक प्रक्रिया पर विश्वास करने और उच्च अदालत में अपील करने की बात कह रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इनके राज्यों के नेता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं ।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा  कि अपने आलाकमान के सामने नंबर बढ़ाने की ऐसी होड़ मची कि जो एक मंचों पर सालों से एक साथ नही दिख रहे हों वो भी एक साथ गिरफ्तारी देते नजर आए । उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा, गलती इनके नेता करे और उस गलती पर सजा न्यायालय दे, ऐसे में प्रदर्शन भाजपा के खिलाफ करना उनके नकारात्मक राजनैतिक इरादों को जाहिर करता है ।
भट्ट ने इस पूरे मसले पर स्पष्ट करते हुए कहा, न्यायालय द्वारा  राहुल गांधी को अपनी बात रखने का पूरा मौका देने के बाद ही यह निर्णय दिया गया है, लिहाज़ा कांग्रेसियों को बजाय सड़कों पर  प्रदर्शन करने के, अपने युवराज को इस तरह के तात्कालिक लाभ वाली या पीएम मोदी से घृणा भरी बयानबाजी करने से रोकना चाहिए। उन्हें समझना चाहिए कि जुबान फिसलने या बयान से किनारा करने जैसे कांग्रेसी बहाने न्यायालय में नहीं चलने वाले । उन्होंने सलाह देते हुए कहा, उत्तराखंड की जनता ऐसे ड्रामेबाजियों को बखूबी समझती है लिहाज़ा बेहतर है कांग्रेस अपनी ताकत और तर्क आगे की कानूनी लड़ाई के लिए बचा कर रखे ।

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