उत्तराखण्डदेहरादून

पूर्व मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत तक पहुंची विजिलेंस जांच की आंच,बेटे के मेडिकल कॉलेज पर  टीम ने मारा छापा , दस्तावेज खंगाले

विजिलेंस  देहरादून और हल्द्वानी की टीम ने घोटालों को लेकर की कार्यवाही
डायरेक्टर विजिलेंस वी मुरुगेशन ने  की छापेमारी  की पुष्टि 
देहरादून। पाखरो रेंज घोटाले में विजिलेंस जांच की आंच पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत तक पहुंची है। शंकरपुर में डाॅ हरक सिंह रावत के बेटे के मेडिकल कॉलेज पर विजिलेंस की टीम ने छापा मारा है।
शंकरपुर में हरक सिंह के बेटे का मेडिकल कॉलेज है। जिसे लेकर काफी देर तक कार्रवाई चली।
हरक सिंह  तक पहली बार विजिलेंस जांच की आंच पहुंची है। राजनीतिक गलियारों में भी कार्रवाई चर्चा का विषय बनी है। मामले में विजिलेंस के हल्द्वानी सेक्टर में पिछले साल मुकदमा दर्ज किया गया था। डायरेक्टर विजिलेंस वी मुरुगेशन ने  छापेमारी  की पुष्टि की है ।
कॉर्बेट नेशनल पार्क में अवैध निर्माण और पेड़ों के कटान से जुड़े मामले को लेकर विजिलेंस की टीम ने पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के ठिकानों पर छापेमारी की। विजिलेंस  देहरादून और हल्द्वानी की टीम ने बुधवार को हरक सिंह  के बेटे के कॉलेज और एक पेट्रोल पंप पर भी छापेमारी की कार्रवाई की । पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह  पर विजिलेंस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।बुधवार सुबह की गई इस कार्यवाही के दौरान उनके पुत्र के सहसपुर स्थित कॉलेज और पेट्रोल पंप  पर विजिलेंस की टीम ने  छापे मारे ।   कांग्रेस छोड़कर अपने तमाम सहयोगियों के साथ 2016 में भाजपा में जाने वाले डा. हरक सिंह रावत भाजपा की पूर्ववर्ती त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व वाली सरकार में वन मंत्री बनाये गये थे। 2018 में उनके वन मंत्री रहते ही कार्बेट पार्क में टाइगर सफारी योजना को शुरू किया गया था।जिसके लिए 600 से 700 के बीच वृक्षों का कटान किया गया था। यही नहीं पार्क में सैर के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए गेस्ट हाउस निर्माण आदि कई बड़े काम कराए गए थे। जिनकी आॅडिट रिपोर्ट सरकारी पैसे से खरीदे गए भारी भरकम जनरेटरर्स आदि का प्रयोग उनके द्वारा निजी कामों में किए जाने का खुलासा हुआ था।वही इस टाइगर सफारी योजना में तमाम वित्तीय अनिमितताओं का खुलासा होने पर डीएफओ और वन रेंजर को सस्पेंड कर दिया गया था। 2018 व 19 के इस मामले के खुलासे के बाद इस घोटाले में वन मंत्री डॉ हरक सिंह की संलिप्ता की बात भी सामने आई थी। 2022 के विधानसभा चुनाव से पूर्व डा. हरक सिंह  फिर भाजपा का साथ छोड़कर कांग्रेस में लौट आए थे। विजिलेंस के एक अधिकारी ने बताया कि जांच पड़ताल की जा रही है। जल्दी रिपोर्ट सामने आ जाएगी।
पेट्रोल पंप पर भी की गई  छापेमारी
देहरादून। हरक सिंह रावत के पुत्र के सहसपुर स्थित कॉलेज पर विजिलेंस की टीम ने छापेमारी की।बताया गया है की टीम में हल्द्वानी विजिलेंस से जुड़े अधिकारियों के साथ ही देहरादून के अधिकारी भी शामिल रहे । पाखरो रेंज में अवैध निर्माण और पेड़ों के कटान प्रकरण पर विजिलेंस को कुछ तथ्य मिले थे।जिसके बाद विजिलेंस की टीम ने कार्रवाई शुरू की। सहसपुर स्थित ये कॉलेज हरक सिंह  के बेटे के नाम है और यहां पर  तमाम दस्तावेजों को खंगाला गया।इसके अलावा हरक सिंह  के एक पेट्रोल पंप पर भी विजिलेंस की टीम ने छापेमारी की है। छापेमारी के दौरान विजिलेंस की टीम  ने सभी दस्तावेजों को खंगाला और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की भी जांच की।

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