कृषि मंत्री जोशी ने कहा, सेब बागवानों को उच्च गुणवत्ता युक्त पौध उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता,अति सघन बागवानी को बढ़ावा देने के लिए 500 बागानों की स्थापना की जायेगी
बोले , किसानों की आजविका में सुधार लाने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत
उत्तरकाशी के बड़कोट पहुंचे कृषि मंत्री ने उपराडी गांव के सेब बागवान के बगीचे का किया स्थलीय निरीक्षण
अगले 8 वर्षों में प्रदेश में सेब के व्यवसाय को बढ़ाकर 2000 करोड़ करने के लिए 808.79 करोड़ का बजट किया स्वीकृत
बड़कोट। जनपद उत्तरकाशी के एकदिवसीय दौरे में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने एप्पल मिशन के अंतर्गत बड़कोट के उपराडी गांव में सेब बागवान कन्हैया डोभाल तथा संजय डोभाल के उद्यान का निरीक्षण किया।गौरतलब है कि एप्पल मिशन के अंतर्गत बागवान संजय डोभाल ने रूट स्टॉक के 250 सेब पेड़ लगाए हैं।
कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि सरकार ने प्रदेश में अति सघन बागवानी द्वारा अगले 8 वर्षों में प्रदेश में सेब के व्यवसाय को रु. 200 करोड़ से बढ़ाकर रु. 2000 करोड़ करने के लिए रु. 808.79 करोड़ का बजट स्वीकृत किया है। मंत्री जोशी ने कहा कि सेब बागवानों को उच्च गुणवत्ता युक्त पौध उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है और उस दिशा में राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। कृषि मंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 में हम अपने उत्पाद को दुगना करेंगे। मंत्री जोशी ने कहा कि नई पॉलिसी के लिए भी किसानों के सुझाव भी शामिल किए गए है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में कृषकों की आय दोगुनी किये जाने के संकल्प को सार्थक करने के लिए उद्यान विभाग द्वारा संचालित मिशन एप्पल योजना के बजट में कई गुना वृद्धि करते हुए अति सघन / सघन सेब बागानों की स्थापना कृषकों के प्रक्षेत्रों पर करते हुए उन्हें 80 प्रतिशत राजसहायता से लाभान्वित किया एजा रहा है। इसके अतिरिक्त उद्यान विभाग, उद्योग विभाग व सहकारिता के सामन्जस्य से सी०एस०आर० फण्ड के अन्तर्गत भी इसी तर्ज पर सेब की अति सघन बागवानी को बढ़ावा देने के लिए 500 बागानों की स्थापना की जायेगी। जोशी ने कहा कि किसानों की आजविका में सुधार लाने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है।
इस अवसर पर विधायक यमुनोत्री संजय डोभाल,मंडल अध्यक्ष मीनाक्षी रोंटा, मंडल महामंत्री प्रवीन सिंह रावत, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अतोल सिंह, उद्यान अधिकारी तिवारी, कृषि अधिकारी एस एस वर्मा सहित कई किसान उपस्थित रहे।