एसजीआरआर यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय सम्मेलन का समापन, बोली एवं भाषाओं के उत्थान पर विद्वानों का समर्थन, कहा ,वर्तमान दशक ज्ञान का दशक, मेरी भाषा मेरा अभिमान
देहरादून। अपनी मां , अपनी माटी और अपनी भाषा को हमेशा याद रखना चाहिए। वर्तमान दशक ज्ञान का दशक है। इस दशक में भाषा ने ज्ञान को चुना है। मेरी भाषा मेरा अभिमान है। इस विचार को देश भर में एक क्रांति के रूप में फैलाने की आवश्यकता है। वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग, भारत सरकार, नई शब्दावली, इसके निर्माण, प्रयोग व प्रचार प्रसार को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहा है। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में देश के विभिन्न राज्यों के विश्वविद्यालयों से आए कुलपतियों, भाषा विशेषज्ञों एवम् विद्धवतजनों ने दो दिवसीय सम्मेलन में तकनीकी शब्दावली व भाषा से जुडे़ शोध एवम् नवीन अनुसंधानों पर गहनता से मंथन किया। सम्मेलन के दूसरे दिन समापन अवसर पर बोली एवम् भाआओं के उत्थान, सरंक्षण एवम् संवद्धन से जुड़े बिन्दुओं का भी विद्धतजनों ने एकसुर में समर्थन किया। सेमिनार के दूसरे दिन शोधार्थियों ने शोध पत्र प्रस्तुत किए।कार्यक्रम में प्रोफेसर गिरीश नाथ झा, अध्यक्ष वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग, भारत सरकार, ने वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग की ओर से देश भर में किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तारपूवर्क जानकारी दी। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ अजय कुमार खण्डूड़ी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।