भाजपा ने निकाय चुनावों में देरी के आरोपों पर किया पलटवार , प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट बोले, कांग्रेस ने सत्ता में रहते कभी समय से निकाय चुनाव नही कराए, अब प्रक्रिया की बाध्यता पर कर रहे राजनीति
कांग्रेस ने अपनी सरकारों में अनुकूल स्थितियों के बावजूद भी हमेशा चुनावों को 6 महीने विलंब से करवाया,
पहले के 60 निकायों के मुकाबले आज राज्य में 103 नगर निकाय , प्रक्रिया में थोड़ा समय लगना लाजिमी
मंडलम गठन से पहले कांग्रेस को अपने प्रदेश संगठन को मजबूत करने पर ध्यान देने की जरूरत
देहरादून ।भाजपा ने निकाय चुनावों में देरी के आरोपों पर पलटवार करते कहा कि जिन्होंने सत्ता में रहते कभी कभी समय से निकाय चुनाव नही कराए अब वही प्रक्रिया की बाध्यता पर राजनीति कर रहे हैं । साथ ही कांग्रेस पर तंज किया कि संगठन को लेकर मंडलम का शिगूफा छोड़ने से पहले उन्हें प्रदेश टीम को मजबूत करना चाहिए ।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि पहले के 60 निकायों के मुकाबले आज राज्य में 103 नगर निकाय हैं । लिहाजा निकाय क्षेत्रों की सीमाओं का विस्तार होने से बड़े पैमाने पर ग्रामीण इलाकों का सीमांकन होने में समय लगता है । साथ ही आरक्षण की स्थिति और मतदाता सूची के तैयार करने की प्रक्रिया संपन्न करना जरूरी होता है । उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा कि अपनी सरकारों में अनुकूल स्थितियों के बावजूद भी हमेशा निकाय चुनावों को 6 महीने विलंब से करवाया और अब प्रक्रिया की बाध्यता को जानते हुए भी इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है।
मीडिया के कांग्रेस का भाजपा की तर्ज पर मंडल गठन को लेकर पूछे सवाल का जवाब देते हुए भट्ट ने कहा कि हमारे जैसा संगठन तैयार करने के लिए उन्हें दीर्घ वैचारिक प्रतिबद्धता और तपस्या की जरूरत है । मंडल का जिक्र करने में एक ही सही बात है कि उन्होंने संस्कृत का प्रयोग किया । उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि मंडलम गठन से पहले उन्हें अपने प्रदेश संगठन को मजबूत करने पर ध्यान देने की जरूरत है ।
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को लेकर कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, न जाने क्यों उन्हे उनके और सनातन संस्कृति के संत के आने से दिक्कत होती है जबकि सबसे अधिक उनके नेता उनके दरबार में पहुंचते हैं । भाजपा सभी धार्मिक सामाजिक व्यक्तित्वों का देवभूमि में स्वागत करती है ।