बनभूलपुरा हिंसा में गिरफ्तारी के बाद मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक को लेकर हल्द्वानी पहुंची पुलिस, गिरफ्तार करने वाली टीम को कई आला अधिकारियों ने दिए इनाम
बनभूलपुरा हिंसा में अभी तक मलिक सहित हो चुकी 81 गिरफ्तारियां
हल्द्वानी। बनभूलपुरा हिंसा के मास्टर माइंड कहे जाने वाले अब्दुल मलिक को आखिरकार एसओजी टीम ने 16 दिन बाद दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। शनिवार देर शाम पुलिस अब्दुल मलिक को हल्द्वानी लेकर पहुंची। जबकि अब्दुल मलिक का बेटा मोईद अभी भी पफरार है। एसएसपी पीएल मीणा ने पत्रकार वार्ता करते हुए बताया कि बीती आठ फरवरी को बनभूलपुरा के मलिक का बगीचा में अतिक्रमण हटाने गई टीम पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया था। जिसमें पुलिस कर्मी, नगर निगम कर्मी व मीडिया कर्मी घायल हुए थे। इसी के साथ उपद्रवियों ने हमला करते हुए आगजनी में 300 से अधिक पुलिस, मीडिया और निगम कर्मी के वाहनों के साथ उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना भी जला दिया था। उन्होंने बताया कि घटना के बाद से ही अब्दुल मलिक व उसका बेटा फरार हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में अब्दुल मलिक व उसके बेटे सहित 19 लोगों के खिलाफ नामजद तथा 6 हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। एससपी ने बताया कि जिसके बाद उपद्रवियों की तलाश के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही थी। वहीं इस हिंसा के मास्टर माइंड अब्दुल मलिक व उसके बेटे अब्दुल मोईद की गिरफ्रतारी के लिए अलग-अलग राज्यों गुजरात, दिल्ली, चंडीगढ़, मुम्बई, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि सभी संभावित स्थानों पर लगातार दबिश दी जा रही थी। जिसके तहत एसओजी की टीम ने शनिवार की सुबह अब्दुल मलिक को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया। एसएसपी ने बताया कि अब्दुल मलिक के बेटे अब्दुल मोईद को भी पुलिस जल्द गिरफ्तार कर लेगी।
नैनीताल एसएसपी ने बताया अब्दुल मलिक किन-किन ठिकानों पर छुपा था? किन लोगों ने उसे शरण दी इसकी भी जांच की जा रही है. अब्दुल मलिक को पकड़ने वाली पुलिस टीम को पुलिस महानिदेशक ने ₹50000, डीआईजी कुमाऊं की तरफ से ₹5000, एसएसपी नैनीताल ने ढाई हजार नाम दिया है।इसके अलावा हल्द्वानी पुलिस ने हिंसा के तीन अन्य आरोपियों को भी हल्द्वानी से गिरफ्तार किया है,जिनके द्वारा पुलिस की गाड़ियों में आगजनी की गई थी। अभी भी हिंसा के कई आरोपियों की तलाश जारी है।पुलिस के मुताबिक बनभूलपुरा हिंसा में अभी तक अब्दुल मलिक सहित 81 गिरफ्तारियां हो चुकी है।