कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र ने राज्यों को लिखी चिट्ठी, कहा- स्थानीय स्तर पर प्रसार के संकेत; रखनी होगी निगरानी
नई दिल्ली। देश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र ने शनिवार को पांच राज्यों को पत्र लिखकर निगरानी सख्त करने और एहतियाती कार्रवाई करने की सलाह दी। तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, कर्नाटक और महाराष्ट्र को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि कुछ राज्यों में ही मामले बढ़ रहे हैं। इससे स्थानीय स्तर पर संक्रमण फैलने का संकेत मिलता है। इसलिए जोखिम मूल्यांकन आधारित कदम उठाए जाने की जरूरत है, ताकि अब तक इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में हमें जो बढ़त मिली है वह बर्बाद न होने पाए।
भूषण ने कहा है कि पिछले तीन महीने के दौरान देश में कोरोना के मामलों में लगातार बड़ी गिरावट देखने को मिली है। परंतु, पिछले हफ्ते के दौरान मामलों में कुछ वृद्धि दर्ज की गई है। 27 मई को समाप्त हुए हफ्ते में जहां कोरोना के 15,708 मामले मिले थे, वहीं तीन जून को खत्म हुए हफ्ते में यह संख्या 21,055 पर पहुंच गई है। साप्ताहिक संक्रमण दर भी 27 मई के 0.53 प्रतिशत की तुलना में तीन जून को 0.73 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
उन्होंने कहा कि पांच सूत्रीय रणनीति यानी जांच, पहचान, उपचार, टीकाकरण और कोरोना से बचाव के उपायों का पालन किया जाना चाहिए। साथ ही साथ दिशानिर्देशों के मुताबिक पर्याप्त जांच भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
केंद्र ने महाराष्ट्र के छह जिले में कोरोना के मामलों में हो रही बढ़ोतरी पर चिंता व्यक्त की है। मुंबई उपनगर में इस सप्ताह सबसे अधिक 2,330 कोविड मामले दर्ज किए गए हैं। इस बीच, तमिलनाडु ने पिछले सप्ताह 335 मामले और इस सप्ताह 659 नए मामले दर्ज किए और देश के मामलों का 3.13 प्रतिशत हिस्सा है। चेन्नई जिसमें 308 मामले दर्ज किए गए और चेंगलपट्टू जिसमें 253 दर्ज किए गए। ये ऐसे दो जिले हैं जहां मामलों में वृद्धि दर्ज की है।
तेलंगाना ने भी साप्ताहिक मामलों में पिछले सप्ताह 287 से इस सप्ताह 375 नए मामलों की वृद्धि दर्ज की है। भारत के नए मामलों का 1.78 प्रतिशत राज्य का है। दूसरी ओर कर्नाटक में इस सप्ताह देश के नए कोविड मामलों का 6.87 प्रतिशत हिस्सा था। राज्य ने पिछले सप्ताह के 1,003 मामलों से इस सप्ताह 1,446 मामलों में वृद्धि दर्ज की। कर्नाटक में पूरे जिले में कोरोना की स्थिति का विश्लेषण करने पर केंद्र ने पाया कि बेंगलुरु शहरी क्षेत्र के साप्ताहिक मामलों और सकारात्मकता में वृद्धि दर्ज की है।