रजिस्ट्री कार्यालय में फर्जीवाड़ा मामले में नामी वकील विरमानी गिरफ्तार, अब तक पकड़े जा चुके हैं 9 आरोपी
पुलिस ने बताया , जमीनों के पेपर्स शातिराना ढंग से किए जाते थे रिप्लेस
कई अन्य आरोपियों के नाम सामने आए , दबिश जारी
देहरादून।रजिस्ट्रार आफिस के रिकॉड से छेड़छाड़ कर धोखाधडी से करोड़ो रुपए की जमीनों की खरीद फरोख्त करने के मामले में देहरादून के नामी वकील कमल विरमानी को कोतवाली पुलिस ने अरेस्ट किया है। अब तक इस रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में कुल 09 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य जिन आरोपियों के नाम सामने में आये हैं, उनके खिलाफ सबूत इकट्ठे कर दबिश दी जा रही हैं।
एसएसपी-डीआईजी दिलीप सिंह कुवर ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पांच मामलों में से चार में कार्रवाई हो चुकी थी, पांचवें में कार्रवाई चल रही थी। उन्होने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों पर गैंगस्टर की भी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इस भूमि पेपर्स फर्जीवाड़े के मामले में अब तक करीब 10 करोड़ रुपए का व्हाईट मनी में लेनदेन सामने आया है। जिसमें करीब पौने दो एकड़ जमीन की खरीद फरोख्त की गई है। जल्द ही ओर आरोपियों गिरफ्तारियां की जाएगी, इसके लिए एसआईटी की टीम जांच कर रही है।
ऐसे किया जाता था भूमि के पेपर्स में फर्जीवाड़ा
एसएसपी ने बताया कि रजिस्ट्री कार्यालय के रिकॉर्ड में रखे हुए भूमि के कागजात में कमियों को बाकायदा पेपर्स रिप्लेस करके, पूरी तैयारी करके कलेक्ट्रेट- रजिस्ट्री कार्यालय में रखा जाता था। उसके बाद उस भूमि के लिए क्लेम किया जाता था कि रजिस्ट्री कार्यालय में ये फाइल रखी हुई है। फिर उसको लगातार परस्यू किया जाता था। एसएसपी ने बताया कि इस काम में गिरफ्तार किए गए एडवोकेट कमल विरमानी मुख्य भूमिका निभाते थे। जमीन खरीदारी के लिए जो लोग आते थे ,उनको वकील द्वारा एश्योर कर दिया जाता था, कि मैंने सारे कागज देख लिए हैं, पेपर्स ठीक हैं, कोई दिक्कत नहीं है।
भूमि के दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करने के इस खेल की अभी पुलिस विवेचना जारी है। पुलिस का कहना है इमरान और केपी सिंह के साथ गिरफ्तार वकील का पुराना संबंध है। उनके साथ खरीद- फरोख्त में संयुक्त रूप से शातिराना ढंग से काम करते थे। इसमें काफी लोग लपेटे में आएंगे, कुछ अन्य एजेंसी को भी शामिल किया जाएगा।